Saturday, May 21, 2011

Fwd: Janhit Abhiyan on Caste Census/ Hindi text



---------- Forwarded message ----------
From: Yogendra Yadav <yogendra.yadav3@gmail.com>
Date: 2011/5/21
Subject: Re: Janhit Abhiyan on Caste Census/ Hindi text
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मैं आपके पूछे सवालों से सहमत हूँ. अगर सरकार का सर्वे (ध्यान दें सरकार इसके लिये सेन्सस शब्द का प्रयोग नहीं कर रही है) इन सवालों का जवाब नहीं दे सकता है तो यह सर्वे निरर्थक है.
Yogendra Yadav,
Senior Fellow, Centre for the Study of Developing Societies, 29 Rajpur Road, Delhi 110054 India
Office Phone: 23981012 (telefax Lokniti, CSDS), 23942199 (PBX, CSDS)




On 21 May 2011 18:14, dilip mandal <dilipcmandal@gmail.com> wrote:
pl check the pdf and word file.

rgds

dilip

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"Rosa sat so Martin could walk; Martin walked so Obama could run, Obama ran so your children can fly"


जनिहत अिभयान
पेस िरलीज
   ि वषय:      जा ि तवा र जनगणना का संसद मे ि कया गया वा दा पूरा ि कया जा ए। शैकि णक सतर और नौ कि रयो समेत               
आि थक आंकडो के ि बना हो ने वा ली ि गनती ि नरथरक। जनगणना का नून          , 1948   के तहत हो जा ि तयो की ि गनती ।        
नई िदलली: हम इस बात का सवागत करते है िक पहली बार के द सरकार ने जाित आधािरत वापक आंकडे जुटाने की घोषणा की है।                     
िदसंबर, 2011                       तक यह काम पूरा करने का वादा िकया गया है। जाित भारत की सचाई है और इस सचाई को नकार कर जाितवाद
               से नही लडा जा सकता। ओबीसी के िलए िवकास योजनाओ पर धन आवंिटत होता है, लेिकन आंकडो के िबना अंधेरे मे रहकर इन       
पर अब तक अमल िकया जाता रहा है। के द सरकार की ताजा घोषणा को हम एक कदम आगे बढने के रप मे देख रहे है।                        
                        लेिकन सरकार की मौजूदा घोषणा ने कई भम पैदा िकए है। हम चाहते है िक सरकार इसका जलद से जलद सपषीकरण दे। ये सवाल
इस तरह है   :
1. कया ि दसंबर, 2011                के बा द देश के सा मने ऐसे आंकडे हो गे ि क ि वि भन जा ि तयो की शैकि णक ि सथि त कया
है?             कया यह पता चलेगा ि क ि कस जा ि त मे ि कतने लो ग पो सट गेजुएट , गेजुएट, मैि टक पा स, सा कर और
ि नरकर है?
2.                    कया इस गणना के बा द यह पता चल पा एगा ि क सरका री नौ कि रयो मे ि कस जा ि त के ि कतने लो ग है और
कला स वन, टू और थी मे ि कस जा ि त के लो गो की ि कतनी ि हससेदा री है।            
3. कया यह गणना देश के सा मने यह तथय लेकर आएगी ि क ि कस जा ि त के लो गो के पा स पके मका न जया दा है                    
और ि कन जा ि तयो के ि कतने पि तशत मका न कचे है         ?            इसी तरह घरो मे ि बजली हो ने या न हो ने से लेकर
शौ चा लय हो ने और न हो ने के आंकडे ि मलेगे या नही          ?
4.          कया यह गणना बता एगी ि क ि कन जा ि तयो के पा स टी वी , मो बा इल जया दा है और ि कनके पा स कम       ?   
5.                   कया यह सही है ि क इस गणना मे आंकडे जुटा ने का का म महा त मा गा ंधी नरे गा के मजदूर भी करेगे? कया
जनगणना की तरह इस का म मे सरका री ि शकको को नही लगा या जा एगा            ? 
6. इस गणना के ि लए का गज के फॉ मर का इसतेमा ल कयो नही ि कया जा रहा है               ?
7.    यह गणना जनगणना अि धि नयम, 1948         के तहत कयो नही करा ई जा रही है? 
   अगर यह गणना जाितयो के शैकिणक सतर और नौकिरयो समेत आिथक सतर के बारे मे िवशसनीय आंकडे नही जुटाती है                    ,      तो यह
िनरथरक कवायद होगी। जनिहत अिभयान ने जाितवार जनगणना को राषीय मुदा बनाया है और इसे लेकर होने वाली गडबडी का                   
   हम िवरोध करेगे।                       आप इस बात को जानते है िक िपछले साल इस सवाल पर देश मे और संसद मे काफी चचार हई थी। 6 और 7
मई, 2010 को लोकसभा मे इस बात पर सहमित बन गई थी िक           2011         की जनगणना मे जाित को शािमल िकया जाएगा।
सरकार ने  2011                     की जनगणना जाित को शािमल कराए िबना पूरी करा ली। अब िजस तरह से जाित की गणना करने की घोषणा
की जा रही है    ,                     वह भरोसा पैदा नही कर पा रही है िक सरकार वासतव मे जाितयो के बारे मे समुिचत जानकािरयां इकटा करना
चाहती है। िलहाजा सरकार को ततकाल इस संबंध मे िसथित सपष करनी चािहए।             
सधनयवाद
राजनारायण, संयोजक, जनिहत अिभयान
Email: janhitabhiyan@gmail.com, Phone- 9891309626

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Palash Biswas
Pl Read:
http://nandigramunited-banga.blogspot.com/

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